Saturday, October 8, 2011

हत्या और आत्महत्या हराम है इस्लाम में

आम तौर पर लोग आत्महत्या तब करते हैं जब वे किसी समस्या से परेशान हो जाते हैं और उन्हें लगता है कि उनके लिए अब मरने के सिवा कोई और रास्ता नहीं है उस समस्या से बचने का . लेकिन हक़ीक़त यह है कि ऐसे लोग भी आत्महत्या करते हैं जो कि अपने जीवन से संतुष्ट होते हैं . गोवा में ऐसा ही वाकया पेश आया . 
उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उनकी 'फिलॉसफी' यह है कि जीवन उनकी मिल्कियत है और उसे जब चाहें वे समाप्त कर सकते हैं.
इसमें कोई शक नहीं है कि यह एक बिलकुल ग़लत सोच है . 
जितने भी लोग आत्महत्या करते हैं उसके पीछे हमेशा ग़लत सोच मौजूद मिलेगी.
सही सोच यह है कि अपने आप को पैदा करने वाले हम ख़ुद नहीं हैं और न ही हम अपने तन मन धन के मालिक हैं . हमारा और हमारे पास जो कुछ है, उस सब का मालिक वास्तव में वह है जिसने हमें पैदा किया है.हम तो उसके बन्दे और ग़ुलाम हैं , हमें उसकी योजना को फ़ॉलो करना है और तब तक जीना है जब तक कि वह ख़ुद हमें मौत नहीं दे देता और केवल वही काम करने हैं , जिन्हें करने का हुक्म उसने हमें दिया है.
इस्लाम की शिक्षा यही है .
किसी की जान लेना या अपनी जान देना या किसी भी जान को नाहक़ तकलीफ़ देना इस्लाम में सख्त हराम है.
किसी और फिलोसफी में ऐसा नहीं है . इस्लाम की जानकारी और इस्लाम में आस्था लोगों को आत्महत्या से रोक सकती है और यही वजह है कि दुनिया में जितने भी लोग आत्महत्या करते हैं  उनमें सबसे कम संख्या मुसलमानों के होती है और उन मरने वाले मुसलामानों में भी देनदार मुसलमान एक भी नहीं होता. 
दीं की सही समझ न सिर्फ आत्महत्या से रोकती बल्कि वह हत्या से भी रोकती है. ह्त्या हो या आत्महत्या , आदमी करता ही तब है जबकि उसकी सोच गलत हो जाती है और गलती कभी धर्म नहीं होती. 
गलती से बचो , धर्म पर चलो ताकि उद्धार पाओ.
देखिये गोवा में हुए हादसे की तफ़्सील :    
suicide.jpg
पणजी।। अब तक आपने जिंदगी से निराश लोगों द्वारा की गई खुदकुशी के बारे में सुना होगा, लेकिन गोवा में एक कपल ने इसलिए आत्महत्या कर ली कि वह जिंदगी से संतुष्ट हो चुका था। इस कपल को जिंदगी ने वह सब कुछ दिया था, जो उसे चाहिए था।
गोवा के पणजी शहर के मर्सेस इलाके में एक यंग कपल आनंद (39) और दीपा रंथीदेवन (36) ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस को इस घटना के बारे में तब पता चला, जब पड़ोसियों ने पुलिस में इसकी शिकायत की। पुलिस का कहना है कि इनके पास से जो सूइसाइड नोट मिला है, उसमें किसी को भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। 
एक पन्ने के सूइसाइड नोट में इस कपल ने लिखा है, 'हम दोनों ने एक साथ बहुत ही शानदार जीवन बिताया है। जीवन से हमें वे सारी खुशियां मिलीं, जिसकी लोग तम्मना रखते हैं। हमने पूरी दुनिया की यात्रा की और हम विश्व के कई शहरों में रहे। हमने इतना पैसा कमाया जितना कि हमने कभी सोचा भी नहीं था। हमने जिंदगी को खूब इंजॉय किया और हम अपने जीवन से संतुष्ट हो चुके हैं। हम इस फिलॉसफी में विश्वास रखते हैं कि हमारा जीवन सिर्फ हमारा है और इसे जीने या खत्म का अधिकार भी सिर्फ हमारा है।' 
इसमें आगे लिखा है कि कपल पर कोई देनदारी या लोन नहीं है। इसमें उनकी पूरी प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने अपने अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपए भी छोड़ रखे हैं। सूइसाइड नोट में कपल ने लिखा है कि जो शख्स इस नोट को पाएगा वह हमारी अंतिम क्रिया करवा देगा। हमारी इच्छा है कि हमारा अंतिम संस्कार सरकारी श्मशान घाट पर किया जाए। पुलिस ने इस कपल के घर वालों और रिश्तेदारों को इस घटना की जानकारी दे दी है। 
पुलिस का मानना है कि कपल ने तीन दिन पहले आत्महत्या की होगी क्योंकि वह 3 अक्टूबर तक शहर के मशहूर फाइव स्टार रिजॉर्ट में रह रहे थे। वह वहां पर 2 महीने तक रहे।

No comments: