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इसलाम धर्म

मानवता के सामने आज आदर्श का संकट है । वह किसे सही माने और किस के जीवन के अनुसार अपना जीवन ढाले। पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद साहब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जीवन हरेक के लिए एक आदर्श है। उन्हें भेजकर ईश्वर ने मानव जाति को आदर्श के संकट से सदा के लिए मुक्ति दे दी है। मुहम्मद साहब सल्ल. के अंतःकरण पर अवतरित ईश्वरीय वाणी ऐतिहासिक रूप से सुरक्षित है। उनकी जीवनी भी सुरक्षित है। उनके बताये गये नियम आज के समय में सरलतापूर्वक पालनीय हैं।

Tuesday, October 30, 2012

The Revival of Ibrahimi Mission-28th October 2012


Very important lecture by Maulana Wahiduddin Khan. Every Muslim must see it:
http://cpsglobal.org/content/revival-ibrahimi-mission-i-28th-oct-12





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Website: www.cpsglobal.org, www.alrisala.org
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Posted by DR. ANWER JAMAL at 5:02 AM No comments:
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विज्ञान के युग में कुर्बानी पर ऐतराज़ क्यों ?

विज्ञान के युग में कुर्बानी पर ऐतराज़ क्यों ?
अन्धविश्वासी सवालों के वैज्ञानिक जवाब

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