tag:blogger.com,1999:blog-2681469310659558847.post167799736255939976..comments2023-10-16T01:37:33.157-07:00Comments on इसलाम धर्म: इसलाम में आर्थिक व्यवस्था के मार्गदर्शक सिद्धांत Islamic EconomicsDR. ANWER JAMALhttp://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2681469310659558847.post-51580367834606086132012-07-17T10:22:56.999-07:002012-07-17T10:22:56.999-07:00ठीक कह रहे हैं। हाल के समय में,अरब देशों के कट्टर ...ठीक कह रहे हैं। हाल के समय में,अरब देशों के कट्टर शासकों के यहां जो अकूत सम्पत्ति मिली,कहीं न कहीं वही उनके यातनामय अंत का कारण बनी।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2681469310659558847.post-6966793936354714282012-07-16T00:28:44.790-07:002012-07-16T00:28:44.790-07:00पूरी क़ौम के एक बड़े से केक में से सारे नागरिकों को ...पूरी क़ौम के एक बड़े से केक में से सारे नागरिकों को एक बड़ा टुकड़ा मिलेगा। यह बात तक़सीम के ग़ैर बराबरी वाले सिस्टम की वजह से यक़ीनी नहीं है। (यानि पूरी क़ौम या देश की कुल पैदावार बहुत ज़्यादा होने के बावजूद यह ज़रूरी नहीं है कि सारे ही नागरिकों की आमदनी का स्तर बढ़ गया है) इसके खि़लाफ़ इसलाम के आर्थिक मॉडल की कामयाबी यह है कि यह हरेक नागरिक की बुनियादी ज़रूरतों की पूर्ति को यक़ीनी बनाने की क्षमता रखता है।Ayaz ahmadhttps://www.blogger.com/profile/09126296717424072173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2681469310659558847.post-86431236686796564022012-07-09T22:22:49.362-07:002012-07-09T22:22:49.362-07:00इसलाम में आय का वितरण आर्थिक व्यवस्था का आधार है औ...इसलाम में आय का वितरण आर्थिक व्यवस्था का आधार है और यह हुकूमत की ख़ास ज़िम्मेदारी है। दौलत/माल की गर्दिश पूरे समाज में होनी चाहिए, न कि महज़ अमीरों और दौलतमंदों के दरम्यान ही घूमता रहे। पैग़म्बर मुहम्मद स. ने मदीने हिजरत करने के मौक़े पर अन्सार से मुहाजिरों को माल दिलवाया। इब्ने अब्बास रज़ि. के हवाले से रिवायत किया गया है कि पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने अन्सार से फ़रमाया-‘‘क्या तुम इस बात को पसंद करते हो कि तुम अपने घर और अपने माल अपने पास रखो और मैं तुम्हें इस माले ग़नीमत में से कुछ न दूं ?‘‘Saleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2681469310659558847.post-79040802857138826762012-07-09T08:10:14.454-07:002012-07-09T08:10:14.454-07:00खुदा की सिफारिश के बाद भी मालदार और एम्प्लायर लोग ...खुदा की सिफारिश के बाद भी मालदार और एम्प्लायर लोग मानते ही नहीं। वे गरीबों का खून चूसते रहते हैं। खुदा ने उन के शोषण से मुक्त होने का कोई रास्ता नहीं बताया?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com